Monday, February 16, 2009

साला, एक शेर नही ला सकता...


एक दिन एक कुत्ता जंगल मैं रास्ता खो गया. तभी उसने देखा एक शेर उसकी तरफ़ आ रहा है. कुत्ते की साँस सूख गई. "आज तो काम तमाम मेरा!" उसने सोचा. फिर उसने सामने कुछ सूखी हड्डियाँ पड़ी देखि. वोह आते हुए शेर की तरफ़ पीठ कर के बैठ गया और एक सूखी हादी को चूसने लगा और ज़ोर ज़ोर से बोलने लगा, "वह! शेर को खाने का मज़ा ही कुछ और है. एक और मिल जाए तो पूरी दावत हो जायेगी!" और उसने ज़ोर से डकार मारा. इस बार शेर सकते में आ गया. उसने सोचा "ये कुत्ता तो शेर का शिकार करता है! जान बचा करा भागो!" और शेर वहां से चंपत हो गया।


पेड़ पर बैठा एक बन्दर यह सब तमाशा देख रहा था. उसने सोचा यह मौका अच्छा है शेर को साडी कहानी बता देता हूँ – शेर से दोस्ती हो जायेगी और उससे ज़िन्दगी भर के लिए जान का खतरा दूर हो जाएगा. वोह फटाफट शेर के पीछे भगा. कुत्ते ने बन्दर को जाते हुए देख लिया और समझ गया की कोई लोचा है. उधर बन्दर ने शेर को सब बता दिया की कैसे कुत्ते ने उसे बेवकूफ बनाया है. शेर ज़ोर से दहाडा, "चल मेरे साथ अभी उसकी लीला कहातम करता हु" और बन्दर को अपनी पीठ पर बैठा कर शेर कुत्ते की तरफ़ लपका।


कुत्ते ने शेर को आते देखा तो एक बार फिर उसकी तरफ़ पीठ करके बैठ गया और ज़ोर ज़ोर से बोलने लगा, "इस बन्दर को भेजे एक घंटा हो गया साला एक शेर फाँस कर नही ला सकता!"

wid.thx.to Amit